BHU के सेंट्रल ऑफिस पर हॉस्टल, लाइब्रेरी, लेबोरेटरी और क्लासेज चलाने की मांग पर धरने पर बैठे और चीफ प्रॉक्टर के आश्वासन के बाद छात्रों ने किया अपना धरना खत्म

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में हॉस्टल, लाईब्रेरी, लेबोरेटरी व कक्षाएं नियमित रूप से खुलवाने की मांग को लेकर यह धरना किया जा रहा था। छात्र-छात्राओं की मांग थी कि देश भर में अब रेल, हवाई यात्रा,व्यावसायिक प्रतिष्ठान, औद्योगिक क्षेत्र इत्यादि सारी की सारी गतिविधियां संचालित हो रही है तो फ़िर क्यों शैक्षणिक संस्थान जो देश निर्माण में सबसे अधिक भूमिका निभाते है, महीनों से बंद है। जब छात्र पढ़ना चाहते हैं तो क्यों उन्हें पढ़ने से रोका जा रहा है। सरकार दारू के ठेकों को खोलने में अपनी प्राथमिकता दिखा रही है जबकि विश्वविद्याल खोलना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण मसला है।

बीएचयू प्रशासन भी एन्ट्रेंस एग्जाम वगैरह करवा चुकी है और गैर-अकादमिक गतिविधियां बीएचयू में सुचारू रूप से चल रही है। बस छात्रों को विश्विद्यालय और पठन-पाठन से दूर कर छात्रों पर मानसिक दवाब बना कर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
इसलिए जब तक हॉस्टल नहीं खुलता है तब तक सेंट्रल ऑफिस को ही अस्थाई हॉस्टल और लाइब्रेरी बनाकर रहेंगे।
इसी मुद्दे पर भारी संख्या में छात्र- छात्राओं ने सेंट्रल ऑफिस पर 'घेरा डालो, डेरा डालो' नारे के तहत भारी संख्या में धरने पर बैठ गए हैं। नारेबाजी के साथ साथ गीत-ग़ज़ल भी गाये गयें। 
शाम को दिनभर धरने के बाद चीफ प्रॉक्टर ने धरनास्थल पर पहुँच कर सकरात्मक रवैया अपनाते हुए सभी मांगो को कुलपति के सामने रखने का आश्वासन दिया और कुलपति के पास इन्ही मुद्दों पर छात्रों के एक डेलिगेशन को भेजने का प्रस्ताव रखा जिस पर छात्रों ने सहमति जताई। लाइब्रेरी समेत हॉस्टल व लेबोरेटरी की मांग पर चीफ प्रॉक्टर का अच्छा रुख रहा। जिसके बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त किया।

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