IMS-BHU ने रचा इतिहास, जन्मजात हृदय रोगों पर 100 से अधिक कैथेटर-आधारित उपचार किए सफल


IMS-BHU ने रचा इतिहास, जन्मजात हृदय रोगों पर 100 से अधिक कैथेटर-आधारित उपचार किए सफल

चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय (IMS-BHU) के हृदय रोग विभाग ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। विभाग ने जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Diseases, CHD) के लिए 100 से अधिक कैथेटर-आधारित इंटरवेंशन सफलतापूर्वक संपन्न करके राष्ट्रीय स्तर पर नया मापदंड स्थापित किया है। इनमें 12 दिन के नवजात शिशु से लेकर 72 वर्षीय वयस्क तक के मरीज शामिल रहे—जो विभाग की समग्र विशेषज्ञता और भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवाओं का परिचायक है।

इस उपलब्धि का श्रेय कार्डियोलॉजी टीम के प्रो. विकास, डॉ. धर्मेंद्र जैन, डॉ. ओम शंकर, डॉ. सुयश, डॉ. उमेश, डॉ. सौमिक, डॉ. राजपाल, डॉ. प्रतिभा व एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के प्रो. ए.पी. सिंह (विभागाध्यक्ष), डॉ. संजीव तथा डॉ. प्रतिमा के बेहतरीन समन्वय और टीमवर्क को जाता है। इन उच्च स्तरीय, न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाओं ने ओपन हार्ट सर्जरी की तुलना में इलाज को अधिक सरल, सुरक्षित, किफायती और उपलब्ध बना दिया है। अधिकांश रोगियों को अगले ही दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है, वहीं ज़्यादातर प्रक्रियाएँ आयुष्मान भारत, मुख्यमंत्री राहत कोष या प्रधानमंत्री कोष के तहत कवर की जाती हैं—इससे गरीब मरीजों को बड़ी राहत मिली है।

विभाग अब नियमित रूप से ASD डिवाइस क्लोजर, VSD क्लोजर, PDA क्लोजर एवं स्टेंटिंग, BPV, BAV, SVC स्टेंटिंग जैसी जटिल और आधुनिक इंटरवेंशन कर रहा है। प्रो. सिद्धार्थ (सीटीवीएस) के अनुसार, इन उपचारों में ओपन हार्ट सर्जरी की तुलना में जोखिम बहुत कम है और रोगी के लिए उपचार कहीं ज्यादा सहज होता है।

डॉ. प्रतिभा ने कहा कि जन्मजात हृदय रोग केवल बच्चों की समस्या नहीं है—कई बार वयस्कों में भी यह देर से पहचानी जाती है, जिससे बार-बार निमोनिया, वजन न बढ़ना, या शरीर के नीलेपन जैसे लक्षण हो सकते हैं। समय से जांच और उपचार से जीवन बदल सकता है, इसलिए उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को स्क्रीनिंग के लिए प्रेरित किया।

IMS-BHU के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार और सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के.के. गुप्ता ने इस टीम की सराहना की और संस्थान की ओर से मरीज-केंद्रित, उच्च स्तरीय, सुलभ और नवोन्मेषी रोग देखभाल की प्रतिबद्धता दोहराई। यह उपलब्धि IMS-BHU के लिए गौरव का क्षण है, जो उत्तर भारत के स्वास्थ्य-शिक्षा मानचित्र पर विश्वविद्यालय की मजबूत उपस्थिति को और पुख्ता करता है।

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