BHU में पहली बार हो रहा है वृक्ष गणना, जानिए क्या है इसकी खासियत
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में पहली बार वृक्ष गणना हो रही है। 15 दिनों तक चलने वाले इस सर्वे में 48 छात्र, 24 माली और 10 सहायक भाग ले रहे हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में पहली बार वृक्ष गणना, जानिए क्यों है खास
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय में पहली बार वृक्ष गणना (Tree Census) की जा रही है, जिससे यहां के समृद्ध हरित आवरण को बेहतर तरीके से संरक्षित और प्रबंधित किया जा सके।
15 दिन तक चलेगा सर्वे, छात्रों और मालियों की अहम भूमिका
इस वृक्ष गणना अभियान में 48 समर्पित छात्र, 24 माली और 10 सहायक कर्मचारी मिलकर काम कर रहे हैं। इस पहल को विश्वविद्यालय की हॉर्टिकल्चर यूनिट की देखरेख में अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें छह फैकल्टी सदस्य इस पूरे अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
वृक्ष गणना से क्या होगा फायदा
इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य BHU परिसर में मौजूद विभिन्न प्रजातियों के पेड़ों की संख्या, प्रकार और उनकी स्थिति का दस्तावेजीकरण करना है। इससे न केवल पेड़ों के संरक्षण में मदद मिलेगी, बल्कि विश्वविद्यालय के हरित क्षेत्र के बेहतर रखरखाव और प्रबंधन की भी योजना बनाई जा सकेगी।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में BHU का बड़ा कदम
इस तरह के वृक्ष गणना कार्यक्रम विश्वविद्यालय के सतत विकास (Sustainability) और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल छात्रों को प्रकृति के करीब लाने और पर्यावरण के प्रति उनकी जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगी।
BHU का हरित भविष्य
BHU परिसर अपने विशाल और घने वृक्षों के लिए जाना जाता है। इस पहल के माध्यम से विश्वविद्यालय एक मजबूत इको-सिस्टम बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि यह वृक्ष गणना भविष्य में और भी बड़े स्तर पर की जाएगी और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रेरणा बनेगी।
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