बीएचयू के प्रो. एस. श्रीकृष्ण को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजिटर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया। जानें उनके नवाचार और योगदान की पूरी कहानी।
बीएचयू का गौरव: प्रो. एस. श्रीकृष्ण को मिला प्रतिष्ठित विजिटर्स अवॉर्ड
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने एक बार फिर देशभर में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। विज्ञान संस्थान के जैवरसायन विभाग के प्रोफेसर एस. श्रीकृष्ण को उनके नवाचारी कार्यों के लिए प्रतिष्ठित विजिटर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक गरिमामय समारोह में प्रदान किया।
क्या है विजिटर्स अवॉर्ड?
विजिटर्स अवॉर्ड उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो नवाचार, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देते हैं। यह पुरस्कार न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि का प्रतीक है, बल्कि संस्थान और देश के लिए गर्व का विषय भी है।
प्रो. श्रीकृष्ण का योगदान: हरित हाइड्रोजन मिशन को नई दिशा
प्रो. एस. श्रीकृष्ण को यह सम्मान राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। उन्होंने क्वांटम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में स्वदेशी नवाचार करके इस मिशन को नई ऊर्जा दी है। उनके शोध और तकनीकी विकास ने न केवल बीएचयू बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
राष्ट्रपति भवन में हुआ सम्मान समारोह
सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित विजिटर्स कॉन्फ्रेंस 2024-25 के उद्घाटन समारोह में प्रो. श्रीकृष्ण को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अन्य विजेताओं को भी सम्मानित किया।
बीएचयू के लिए गर्व का पल
प्रो. श्रीकृष्ण की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि पूरे बीएचू परिवार के लिए गर्व का विषय है। उनके कार्यों ने विश्वविद्यालय को एक बार फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। यह सम्मान बीएचयू के विज्ञान जगत में नई प्रेरणा और ऊर्जा का संचार करेगा।
क्या कहते हैं प्रो. श्रीकृष्ण?
प्रो. श्रीकृष्ण ने इस सम्मान को अपने सहयोगियों, छात्रों और बीएचयू परिवार की देन बताया। उन्होंने कहा, "यह पुरस्कार न केवल मेरे लिए बल्कि उन सभी के लिए है, जिन्होंने इस यात्रा में मेरा साथ दिया। हमारा लक्ष्य देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।"
प्रो. एस. श्रीकृष्ण का यह सम्मान न केवल उनकी मेहनत और लगन का परिणाम है, बल्कि बीएचयू की शैक्षणिक और शोध उत्कृष्टता का प्रमाण भी है। यह उपलब्धि हमें यह याद दिलाती है कि नवाचार और अनुसंधान के माध्यम से हम देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
बीएचयू डायरीज परिवार प्रो. श्रीकृष्ण को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देता है और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता है।
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