BHU में अनोखा मामला: प्रोफेसर मुकुल राज मेहता ने 30 मिनट में छोड़ा डीन का पद
BHU में अनोखी घटना: महज 30 मिनट में डीन पद से इस्तीफा
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। देश के वरिष्ठतम दर्शनशास्त्री प्रोफेसर मुकुल राज मेहता ने फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के डीन पद से सिर्फ 30 मिनट में इस्तीफा दे दिया। यह विश्वविद्यालय के इतिहास की सबसे कम अवधि की डीनशिप मानी जा रही है।
30 मिनट में क्यों छोड़ दिया पद?
प्रो. मेहता को गुरुवार को वरिष्ठता के आधार पर फैकल्टी ऑफ आर्ट्स का डीन नियुक्त किया गया था। लेकिन नियुक्ति पत्र जारी होने के आधे घंटे के भीतर ही उन्होंने प्रभारी कुलपति को अपना इस्तीफा भेज दिया।
BHU एक्ट का दिया हवाला
इस्तीफे के पीछे प्रो. मेहता ने BHU एक्ट 1915 के दूसरे अध्याय की धारा 9 (5) का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि उनके सिद्धांतों और सम्मान को ध्यान में रखते हुए इस पद को ग्रहण करना सही नहीं होता। इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया।
कौन संभालेगा डीन का पद?
प्रो. मेहता के इस्तीफे के तुरंत बाद, BHU प्रशासन ने प्रो. सुषमा घिल्डियाल को फैकल्टी ऑफ आर्ट्स का नया डीन नियुक्त कर दिया। इससे पहले प्रो. माया शंकर पांडेय इस पद पर थे।
कौन हैं प्रो. मुकुल राज मेहता?
प्रो. मुकुल राज मेहता देश के सबसे वरिष्ठ दर्शनशास्त्री माने जाते हैं। उन्होंने अब तक देश और विदेश में 68 शोध छात्रों को पीएचडी करवाई है। उनके इस अप्रत्याशित इस्तीफे ने BHU में चर्चा का नया विषय बना दिया है।
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