एनी बेसेंट लेक्चर थिएटर में हाल ही में शब्दों का जादू बिखरा। आईआईटी (बीएचयू) के राजभाषा प्रकोष्ठ ने एक भव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया, जहां देशभक्ति, प्रेम, समाज और साहित्य से जुड़ी कविताओं ने श्रोताओं को भावुक कर दिया।
कवियों के शब्दों ने बांधा समां
चराग शर्मा, साक्षी तिवारी, दान बहादुर सिंह, महेश चंद्र जायसवाल, रामायण धर द्विवेदी, डॉ. प्रशांत सिंह और डॉ. तिष्या श्री जैसे प्रतिभाशाली कवियों ने अपनी रचनाओं से सभी को मंत्रमुग्ध किया। हर कविता में छिपी गहराई और भावना ने लोगों के दिलों को छू लिया।
बंगाली गीतों का हिंदी अनुवाद: प्रो. अमित पात्रा ने मोहा मन
संस्थान के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने इस मौके पर बंगाली गीतों का हिंदी में अनुवाद करके एक अनोखी प्रस्तुति दी। उनकी आवाज़ और शब्दों का जादू सुनकर सभी दर्शक झूम उठे।
कवियों को सम्मान: निदेशक और कुलसचिव ने किया अभिनंदन
कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक प्रो. अमित पात्रा और कुलसचिव राजन श्रीवास्तव ने सभी कवियों को सम्मानित किया। यह पल न केवल कवियों बल्कि पूरे आयोजन के लिए यादगार बन गया।
हिंदी को बढ़ावा: राजभाषा प्रकोष्ठ का सराहनीय प्रयास
इस काव्य सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करना और युवाओं को साहित्य से जोड़ना था। राजभाषा प्रकोष्ठ के इस प्रयास ने न केवल भाषा के प्रति प्यार जगाया, बल्कि सांस्कृतिक एकता का संदेश भी दिया।
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