रामना गांव में मधुमेह और उच्च रक्तचाप पर जागरूकता शिविर का आयोजन, सैकड़ों लोगों ने कराया स्वास्थ्य परीक्षण


रामना गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में मधुमेह और उच्च रक्तचाप पर जागरूकता एवं जांच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर गैर-संचारी रोग (NCD) सचिवालय के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व प्रो. संगीता कंसल और उनकी टीम ने किया।

विशेष अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा

शिविर के मुख्य अतिथि वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. संदीप चौधरी थे। साथ ही, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IMS) के डीन प्रो. अशोक कुमार ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। एनसीडी के नोडल अधिकारी डॉ. वाई. बी. पाठक ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए।


शिविर में हुआ बड़ी संख्या में स्वास्थ्य परीक्षण

इस स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। यहां उपस्थित मेडिकल टीम ने मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों की जांच की और लोगों को उनकी रोकथाम और प्रबंधन के लिए जानकारी दी। शिविर का उद्देश्य इन बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को नियमित स्वास्थ्य जांच के प्रति प्रेरित करना था।

विशेषज्ञों ने दी जरूरी सलाह

मुख्य अतिथि डॉ. संदीप चौधरी ने कहा, "मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां अब गांवों में भी तेजी से फैल रही हैं। इस तरह के जागरूकता शिविर बेहद जरूरी हैं, ताकि लोग समय रहते अपनी सेहत का ख्याल रख सकें।"
वहीं, प्रो. अशोक कुमार ने ग्रामीणों को संतुलित आहार और नियमित व्यायाम का महत्व समझाया। डॉ. वाई. बी. पाठक ने कहा कि ऐसे शिविर एनसीडी के तहत लोगों की सेहत सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

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