काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सयाजी गायकवाड़ केंद्रीय ग्रंथालय में डॉ मनमोहन सिंह जी द्वारा लिखित दो दर्ज़न से अधिक बेहतरीन किताबों को मंगवाने की मांग रखी।
डॉ. मनमोहन सिंह जी के आर्थिक प्रयासों और उनके योगदान से देश-दुनिया के कई विश्वविद्यालय और नीति निर्माताओ ने सराहना करते हुए अपने विभिन्न तरीके से आर्थिक सुधार और मुश्किलों से निजात पाए है, भारत के भीतर हमने उनके शक्ति के बेहतरीन प्रयोग 1991 के उदारीकरण के रूप में देखा है, दुनिया भर के देश जब 2008 में आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था, उस वक़्त भी उनके अनुभवों और सूझबूझ से भारत सकारात्मक और बेहतर स्तिथि में अपनी आर्थिकी को बनाये रखने में सफल रहा है।
डॉ मनमोहन सिंह जी एक शिक्षाविंद जब सत्ता के शीर्ष पर पहुंच कर जीतने बेहतरीन उपहार जनता को दे सकते हैं, डॉ.मनमोहन सिंह जी ने उन सभी की नुमाइदगी की हैं।
अतः, उनके समृद्धि कार्य को देखते हुए उनके द्वारा लिखी गई किताबों को जल्द से जल्द केंद्रीय ग्रंथालय मे मंगवाने , जिस से आर्थिक, सामाजिक समेत विभिन्न उनके लेखन रूपी प्रयासों से हम हज़ारों छात्र, शिक्षक और कर्मचारी अवगत हो सके।
प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से इकाई अध्यक्ष सुमन आनंद, राणा रोहित, अभिषेक, प्रियदर्शन मीणा, मुरारी यादव, विपिन आनंद, अंकित मौजूद रहें।
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