BHU स्थित केंद्रीय विद्यालय मे सात दिवसीय G-20 भारतम् कल्चरल एक्सचेंज फेस्ट (फैशन शो) कार्यशाला मे विद्यार्थी सीख रहे फैशन टेक्नोलॉजी




 BHU स्थित केंद्रीय विद्यालय मे सात दिवसीय G-20 भारतम् कल्चरल एक्सचेंज फेस्ट (फैशन शो) कार्यशाला मे विद्यार्थी सीख रहे फैशन टेक्नोलॉजी

केंद्रीय विद्यालय का. ही. वि. वि. परिसर, वाराणसी (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) के तत्वधान में खादी ग्रामोद्योग आयोग, वाराणसी (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार) के सहयोग से माननीय प्रधानमंत्री के विजन आत्मनिर्भर भारत, इको फ्रेंडली, लोकल टू वोकल को बढ़ावा देने के क्रम में भारतीय वस्त्र वेशभूषा को अलग पहचान दिलाने वाले खादी वस्त्र का प्रयोग करते हुए G-20 भारतम् फैशन शो की परिकल्पना की गई, जिसमें भारत का G-20 अध्‍यक्षता का विषय - "वसुधैव कुटुम्बकम" या "एक पृथ्वी · एक कुटुंब · एक भविष्य" उद्देश्यों को प्राप्त कर रही है ।

इस कार्यक्रम में भारत का गर्व कहे जाने वाले खादी वस्त्रों का प्रयोग कर विद्यार्थियों द्वारा G-20 में शामिल सदस्य देशों का पारंपरिक वेशभूषा (महिला एवं पुरुष) के वस्त्रों की डिजाइनिंग विद्यालय मे सात दिवसीय G-20 भारतम् कल्चरल एक्सचेंज फेस्ट (फैशन शो) कार्यशाला के तहत की जा रही है । जो दिनांक 12 से 18 जुलाई तक आयोजित है । इसी क्रम में कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों को परिधान लेखांकन (स्केच) के बारे में बताया गया । शुक्रवार कार्यशाला का तीसरा दिन ड्रेस मेजरमेंट के नाम रहा । जिसमें में सदस्य देशों के डिजाइनर विद्यार्थी अपने-अपने (महिला -पुरुष) मॉडल हेतु आरती अरोड़ा, कॉस्ट्यूम हेड तकनीशियन की निगरानी में माप लिए ।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ दिवाकर सिंह ने कहा की विद्यालय के 60 विद्यार्थी इस भव्य, कलात्मक, नवाचार G-20 भारतम् कल्चरल एक्सचेंज फेस्ट में लगे हुए हैं, जोकि इनको राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं स्किल एजुकेशन से रूबरू करा रहा हैं ।


श्री एस.पी. खंडेलवाल, निदेशक, खादी ग्रामोद्योग आयोग, वाराणसी (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार) ने छात्रों द्वारा खादी वस्त्रों से G20 के सदस्य देशों के तैयार की जा रही पारंपरिक परिधानों को खूब सराहा।

विद्यालय के कला शिक्षक एवं इस कार्यक्रम के क्यूरेटर कौशलेश कुमार ने बताया कि अगस्त 2023 के पहले सप्ताह में विद्यालय में आयोजित भव्य कार्यक्रम में तैयार परिधान (वस्त्र) को विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा पहनकर प्रदर्शित की जाएगी । वैश्विक मंच पर भारत की विशाल वस्त्र उद्योग खादी की आर्थिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिकता का गौरवपूर्ण संरचना द्वारा G-20 की सांस्कृतिक विविधता और सभ्यता विरासत को वहां की पारंपरिक वेशभूषा के रूप में प्रदर्शित करेगा ।

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