आखिर BHU के छात्र क्यों कर रहे आत्महत्या? जानिए कौन है फांसी लगाकर मौत को गले लगाने वाला IIT BHU का मेधावी छात्र।


आखिर BHU के छात्र क्यों कर रहे आत्महत्या? जानिए कौन है फांसी लगाकर मौत को गले लगाने वाला IIT BHU का मेधावी छात्र।


BHU में विगत कुछ वर्षों से फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है,जो कि बहुत ही चिंताजनक है। 


IIT BHU के SN Bose हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के बीच उस वक्त शोक की लहर दौड़ गई जब हॉस्टल के कमरा संख्या 88 में रहने वाले शोध छात्र कुलदीप सिंह ने रविवार की देर शाम को कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। कुलदीप मुज्जफरपुर के वासी थे तथा मात्र सात महीना पहले ही उनकी शादी हुई थी।कुलदीप की पीएचडी अगले महीने ही जमा होने वाली थी। 

रूममेट यशवीर के सूचना पर पहुंची लंका पुलिस और हॉस्टल के अन्य साथियों के सामने जब अंदर से बंद कमरे को तोड़कर खोला गया तब कुलपदीप की बॉडी फंदे पर लटकते मिली।
मौके पर पहुंची फोरेंसिक विभाग की टीम ने जांच पड़ताल के बाद डेड बॉडी को मोर्चरी भेजवा दिया।
कुलदीप के परिजनों को सूचना दे दी गई थी।

खबर विस्तार से :-

IIT BHU के मैथमेटिक्स विभाग से रिसर्च कर रहे कुलदीप सिंह SN Bose हॉस्टल के रूम नंबर 88 में रहते थे। साथ ही रूम पार्टनर यशवीर भी रहता था। यसवीर दोपहर से ही अपने विभाग में थे। शाम को जब वह विभाग से अपने हॉस्टल लौटे और अपने रूम का दरवाजा खोलना चाहा लेकिन वह अंदर से बंद मिला तब वह अपने रूममेट कुलदीप को कइयों दफा कॉल किए और बार-बार दरवाजा पीटते रहे। लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। कमरे की लाइट भी ऑफ थी। बार-बार दरवाजा पीटने पर और कुलदीप द्वारा कॉल ना उठाने पर यशवीर को अनहोनी का शक हुआ । तब यशवीर ने कमरे के अगल-बगल रहने वाले साथियों को तथा हॉस्टल के वार्डन और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जब दरवाजा तोड़वाया तो पाया कि कुलदीप फांसी के फंदे पर लटके हुए हैं। फंदे से कुलदीप को उतारकर जांच किया गया तो पाया गया की उनकी सांसे थम चुकी थी।


कुलदीप ने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरा किया था। कुलदीप के दोस्तों का कहना है कि वह डिप्रेशन में भी नहीं लगते थे जो ऐसा कदम उठा लिया। शोध कार्य के दौरान उनको ₹36000 की फेलोशिप मिलती थी।शोध पूरा होने के बाद मिलने वाला ₹36000 का फेलोशिप बंद हो जाता । लेकिन दोस्तों का कहना है कि शोध कार्य के बाद उनके हाथ में ऐसी डिग्री थी जिस जिसके दम पर उनको ₹36000 से कहीं अधिक तनख्वाह वाली नौकरी मिल सकती थी। कुलदीप के कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नही मिला है जो और परेशान करने वाला है। अपर पुलिस आयुक्त ,भेलूपुर प्रवीण सिंह ने बताया कि कुलदीप के परिजनों को सूचना दे दी गई है।

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