भगतसिंह छात्र मोर्चा के सदस्यों ने विश्वनाथ मंदिर, बीएचयू के प्रांगण में "किस्सा कुर्सी का" एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। और "इस चुनाव में क्या करें" नामक पर्चा वितरण भी किया।
नाटक के माध्यम से यह बताने को कोशिश की गई कि कैसे हर पांच साल पर चुनाव और वोट के ज़रिए आम जनता को ठगा जाता है। ये सब नेता वोट जनता से लेते हैं और काम अमीरों के लिए करते हैं। जैसे इस समय उत्तरप्रदेश में चुनाव हो रहे हैं। सभी राजनैतिक दल जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे कर रहे हैं।
नाटक में दिखाया गया कि चुनाव लड़ने वाले नेता, समाज सेवा और जनहित के लिए नहीं बल्कि अपने फायदे के लिए चुनाव लड़ते हैं। इन नेताओं का जनता के सुख-दुःख से कोई लेना-देना नहीं होता है। ये सब नेता बड़े-बड़े अमीरों और पूंजीपतियों से पैसे लेकर चुनाव लड़ते हैं और जीतने पर उनके लिए हीं काम करते हैं।
आम जनता से वोट लेने के लिए उनको जाति और धर्म के नाम बाँटते हैं और जरूरत पड़ने पर उनको आपस लड़वाने का षड्यंत्र भी रचते हैं। ये सब नहीं चाहते हैं कि जनता अपनी जाति और धर्म को भूले और जरूरी मुद्दे महंगाई,शिक्षा, रोजगार,सस्ती दवाएं व अस्पताल की मांग करें।
अंत में बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने अपील करते हुए कहा कि- वर्त्तमान सरकार ने आम आदमी को जीना त्रस्त कर दिया है, देश में बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है। इसलिए इसको चोट करना जरूरी है लेकिन आम जनता यह भी समझना चाहिए की उनकी सभी समस्याओं का हल सिर्फ़ इस सरकार को बदलने से नहीं बल्कि इस शोषणकारी और फासीवादी व्यवस्था को बदलने से ही होगी।
इस नुक्कड़ में प्रमुख रूप से आलोक,संदीप,उमाशंकर, सिद्धि,हर्ष,किसन,गणेश,मनु,सिद्धांत,विक्रम,योगेश,अमित,इप्शिता,उमेश,आकांक्षा आदि रहें।
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