दृश्य कला संकाय,BHU स्थित अहिवासी एवं महामना कला दीर्घा में "दृश्य काशी" नामक एक बड़ी कला प्रदर्शनी का उद्घाटन

 दृश्य कला संकाय, काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय स्थित अहिवासी एवं महामना कला दीर्घा में "दृश्य काशी" नामक एक बड़ी कला प्रदर्शनी का उद्घाटन काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के करकमलों से बसंत पंचमी एवं काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय के 107 वें स्थापना दिवस के अवसर पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महामना मदन मोहन मालवीय एवं देवी सरस्वती के मूर्ति पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वलित कर हुआ।


प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए अपने उद्बोधन में प्रोफेसर जैन ने दृश्य कला संकाय को तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। पहला- यहाँ के छात्र- छात्राओं एवं अध्यापकों के कला कार्य की पहुँच काशीवासियों तक सुगमता से हो इसके लिए व्यवस्थित रूप से कार्य करना चाहिए। 
दूसरा- इसके अतिरिक्त का. ही. वि. वि. के अध्यापकों को देश के अन्य शहरों में स्थित बड़े विश्‍वविद्यालयो नए स्मार्ट सिटी एवं प्राइवेट संस्थानों के लिए ब्रांड बी.एच.यू. के तहत कला परामर्श काम करना चाहिए। 
तीसरा- दृश्य कला संकाय को काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित विभिन्न संकायों के साथ अंतर्निहित संबंधों को प्रगाढ़ बनाये जाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। 
इसके उपरांत उन्होंने 46 विभिन्न कलाकारों के कला कार्य जैसे चित्रकला, मूर्तिकला, वस्त्र विन्यास, छायाचित्र, पॉटरी सिरामिक्स, ग्राफिक डिजाइन, अमूर्तकला इत्यादि के कार्य को सन्दर्भित कलाकारों से बहुत ध्यान पूर्वक समझा एवं उन कार्यो की प्रशंसा की। इस प्रदर्शनी में दृश्य कला संकाय के अध्यापकों पूर्व अध्यापकों एवं शहर के सम्मानित कलाकारों की कला प्रदर्शनी प्रदर्शित की गई हैं। 

इस अवसर पर प्रदर्शनी के क्यूरेटर/समन्वयक प्रोफेसर प्रदोष मिश्रा कला इतिहास विभाग, कला संकाय का. ही. वि. वि. ने इस प्रदर्शनी के अवधारणा पर विशेष प्रकाश डाला। अतिथियों का स्वागत संकाय प्रमुख प्रोफेसर हीरालाल प्रजापति ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर मनीष अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर संकाय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिका, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य सम्मिलित थे। यह प्रदर्शनी 5 फरवरी से 5 मार्च सुबह 11:00 से शाम 4:00 बजे तक जनसामान्य के लिए खुली रहेगी।

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