BHU में शुरू हुआ भूत विद्या की पढ़ाईनए नाम मानस चिकित्सा के नाम से जाना जाएगा।


BHU में शुरू हुआ भूत विद्या की पढ़ाई
नए नाम मानस चिकित्सा के नाम से जाना जाएगा।


बीएचयू विगत कुछ दिनों से काफी चर्चा में है । कभी पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर द्वारा कक्षा में गोबर पाथने को लेकर तो कभी ऑफलाइन क्लासेज हेतु धरना प्रदर्शन को लेकर तो कभी हाइब्रिड मोड में क्लासेज के लिए। लेकिन कल फिर से बीएचयू सोशल मीडिया पर अचानक से अपने परिसर में शुरू करने जा रहे एक पाठ्यक्रम को लेकर चर्चा में आ गया। जी हां , बीएचयू अब फिर से भूत विद्या की पढ़ाई शुरू करने जा रहा है जिसका नाम अबकी बार बदलकर मानस चिकित्सा कर दिया गया है।


आयुष मंत्रालय ने किया मानस चिकित्सा का अनुमोदन:-


नई शिक्षा नीति के तहत आयुर्वेद में मानस शिक्षा का अनुमोदन आयुष मंत्रालय ने किया है। मानस चिकित्सा भूत विज्ञान का ही नया नाम है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय ने मानस चिकित्सा के पाठ्यक्रम का निर्माण 2019 में ही भूत विद्या के नाम से बना लिया था।


क्या है अष्टांग आयुर्वेद:-

आयुर्वेद संकाय की पूर्व डीन के अनुसार आयुर्वेद शिक्षा के आठ अंग होते है जिसमे से पांच भाग का अध्ययन फिलहाल काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय मे होता रहा है। अब शेष तीन भाग मानस(भूत विद्या) , रसायन और वाजीकरण की पढ़ाई शुरू होने पर आयुर्वेद का संपूर्ण अध्ययन शुरू हो जाएगा।

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