सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है बीएचयू स्थित गांधी चबूतरा

Gandhi chabutra BHU
BHU के रजत जयन्ती पर महात्मा गांधी यही संध्या प्रार्थना किये थे। 

एनएसयूआई बीएचयू के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बीएचयू रजत जयंती समारोह में आने के 79 वर्ष पूरे होने पर “बीएचयू स्थापना समारोह की स्मृतियां- बापू की सीख, हमारा संकल्प” विषयक संगोष्ठी विश्वविद्यालय परिसर स्थिति गांधी चबूतरा पर आयोजित की गई। संगोष्ठी के दौरान बापू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया और बनारस के साथ गांधी जी के संबंध पर चर्चा की गयी और कार्यक्रम का समापन सर्वधर्म प्रार्थना के साथ की गयी।


इस दौरान डॉ शशिकांत ने कहा कि,“ बापू के काशी प्रवास को स्वतंत्रता आंदोलन के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में देखना चाहिए, हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित हुआ, आज युवा पीढ़ी की यह जिम्मेदारी है कि हम गांधी के विचारों को आने वाली पीढ़ियों तक ले जाए, भारतीय संस्कृति के प्रति गांधी के विचारों को हमें गंभीरता से आत्मसात करने की कोशिश करनी चाहिए।”


युवा गांधीवादी आयुष चतुर्वेदी ने कहा कि, “गांधी जी भी एक साधारण इंसान ही हैं, हमें उनके आदर्शों से सीख लेकर समाज को गांधीवादी बनाना चाहिए।”



डॉ विकास सिंह ने कहा कि,“गांधी जी का व्यक्तित्व और उनके नैतिक बल की आभा ही उनकी ताकत रही, उनके विचार हमेशा ही प्रासंगिक रहेंगे, छात्रों को उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए।”



कार्यक्रम का संचालन विक्रान्त सिंह ने किया।

कार्यक्रम के दौरान, डॉ अवधेश सिंह, डॉ शार्दूल चौबे, डॉ विकास सिंह, अभिनव मणि त्रिपाठी, अनिक देव सिंह, रितेश सिंह, राणा रोहित, मोहम्मद आमिद, कपीश्वर मिश्रा,देवेश उपाध्याय,विद्या भारती, ऋषभ पाण्डेय, शानू पाण्डेय, आकाश सिंह, अमित यादव, प्रशान्त पाण्डेय, लेखराज, आदि छात्र मौजूद रहे।

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