BHU ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी वार्ड से वेंटिलेटर ले उड़ा चोर, 4 दिन बाद प्रशासन की नींद टूटी

HU ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी वार्ड

करोड़ो की सुरक्षा व्यवस्था के बीच बनारस​ हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के ट्रामा सेंटर से चोर वेंटिलेटर ले उड़ा। चोर बीते 8 जून को खुद को सर्विस इंजीनियर बताकर ट्रामा सेंटर में आया था और मरम्मत के नाम पर वेंटीलेटर लेकर चला गया। वहां उपस्थित नर्सिंग ऑफिसर से कहा कि वह ख़राब पड़े पोर्टेबल वेन्टिलेटर की मरम्मत करने आया है। इसके कुछ समय पश्चात वह व्यक्ति बिना किसी को बताए पोर्टेबल वेंटिलेटर चुरा कर चला गया। 

उस दिन ड्यूटी पर मौजूद सभी कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की जा रही है।  चीफ प्रॉक्टर कार्यालय ने 12 जून को लंका थाने में FIR दर्ज कराई है। इधर 8 जून को हुई चोरी के मामले में ट्रामा सेंटर के सहायक कुल सचिव सुधीर कुमार जायसवाल ने लंका थाने में शुक्रवार रात तहरीर दी,इस  तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। कर्मचारियों ने पहले हॉस्पिटल में इसकी तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। एक युवक मुंह पर मास्क लगाए वेंटिलेटर को लेकर जाता दिखाई दिया। बीएचयू ने पहले खुद उस व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश की। जब कोई सुराग नहीं लगा तो मामले की जानकारी लंका थाने को दी गई।

BHU के मुख्य सुरक्षा अधिकारी का बयान

ट्रामा सेंटर से वेंटिलेटर चोरी होने की लिखित सूचना ट्रामा सेंटर से मिलने के बाद लंका पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए भेजा गया है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज की जांच भी कराई जा रही हैं। -प्रो.ओपी राय, चीफ प्रॉक्टर



BHU ट्रामा सेंटर में गेट से लेकर अंदर तक 20 सुरक्षाकर्मी, 10 सीसीटीवी कैमरा लगे रहने के बाद चोरी की इस घटना से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इतने सघन सुरक्षा के बीच चोर फर्जी इंजीनियर बन कर वेंटिलेटर उठा ले जाता है। दिन में ही ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी वार्ड से करीब 16 लाख की लागत वाला पोर्टेबल वेंटिलेटर चोरी हो गया। चोरी कैसे हुई और कौन लोग इसमें शामिल हैं इसकी जानकारी तो पुलिस करेगी, लेकिन जिस तरह से ट्रामा सेंटर में मेन गेट से लेकर जगह जगह बैरियर लगा है और सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं, ऐसे में वेंटिलेटर का चोरी होना सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। आखिर कई करोड़ की सुरक्षा किस काम का....

अभी पिछले साल ही BHU से चंदन के बेशकीमती पेड़ को चोरों को काट कर ले गए। BHU प्रसाशन फॉर्मलिटी पूरा करने भर FIR तर्ज करवाया था। कुछ दिनों के बाद मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। चंदन के पेड़ों की चोरी के मामले में अभी तक कोई सुराग नही मिला है। 

(नोट- ऊपर दिया गया फ़ोटो वेंटिलेटर का सांकेतिक फ़ोटो है। )

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