प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी बनाए गए BHU के नए कुलपति, राष्ट्रपति ने नियुक्ति पर लगाई मुहर
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) को नया कुलपति मिल गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया है। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के शास्त्री भवन, नई दिल्ली से जारी अधिकारिक पत्र के मुताबिक प्रो. चतुर्वेदी का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए रहेगा या उनकी उम्र 70 वर्ष होने तक, जो भी पहले हो। इस सिलसिले में डिप्टी सेक्रेटरी श्रेया भारद्वाज की ओर से बीएचयू के रजिस्ट्रार को आधिकारिक सूचना भेजी गई है।
विश्वविद्यालय और शैक्षणिक नेतृत्व का मजबूत अनुभव
प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी आईआईटी कानपुर के प्रतिष्ठित प्रोफेसर और शिक्षा प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। इसके साथ ही वे आईआईटी रुड़की के निदेशक, आईआईटी मंडी के अस्थायी निदेशक, आईआईटी कानपुर में डीन (आर एंड डी) और उप-निदेशक जैसे बड़े पदों पर भी सफलतापूर्वक काम कर चुके हैं। उन्होंने वेवफॉर्म शेपिंग, सीक्वेंस डिजाइन और MIMO सिस्टम्स जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण शोध कार्य और योगदान दिया है।
BHU से है पुराना नाता
प्रो. चतुर्वेदी का बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से भी पुराना रिश्ता है। वे 1994 से 1996 तक आईआईटी बीएचयू के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर रहे। इसके बाद वे आईआईटी रुड़की और आईआईटी कानपुर में विभिन्न जिम्मेदारियां संभालते हुए शिक्षा, शोध और प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी खास पहचान बना चुके हैं। 1999 में वे आईआईटी कानपुर लौटे और वहाँ विभागाध्यक्ष, डीन और उपनिदेशक के साथ चेयर प्रोफेसरशिप जैसी जिम्मेदारियां निभाईं।
शिक्षा और उपलब्धियां
प्रो. चतुर्वेदी ने आईआईटी कानपुर से ही बी.टेक., एम.टेक. और पीएचडी की डिग्रियां प्राप्त की हैं। उन्हें INSA टीचर्स अवार्ड, आईआईटी कानपुर का विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार, सिंगापुर के नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी का टैन चिन तुआन फैलोशिप, और कई अन्य सम्मान भी मिले हैं। वे टेलीकॉम स्टैंडर्ड्स डेवलपमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया (TSDSI) के संस्थापक सदस्य भी हैं।
विश्वविद्यालय को मिल रहा है अनुभवी नेतृत्व
बीएचयू के 29वें कुलपति के रूप में प्रो. चतुर्वेदी के चयन को शिक्षा जगत में एक बड़े सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। प्रो. चतुर्वेदी के विशाल शैक्षणिक अनुभव और प्रशासनिक नेतृत्व से बीएचयू को शोध, नवाचार और शिक्षण-प्रशिक्षण के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त होने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी के कुलपति बनने की खबर बीएचयू कैंपस और शिक्षा जगत के लिए सुखद और उत्साह बढ़ाने वाली है। सभी की नजरें अब विश्वविद्यालय के भविष्य को लेकर उनके नेतृत्व पर लगी हैं।
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