BHU में संत रविदास जयंती पर भव्य आयोजन, 'बेगमपुरा' की अवधारणा पर हुआ विचार मंथन

BHU Bahujan Celebrate Sant Ravidas Jayanti


BHU में संत रविदास जयंती पर भव्य आयोजन, 'बेगमपुरा' की अवधारणा पर हुआ विचार मंथन

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की 648वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। BHU बहुजन (SC/ST छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति और OBC, SC, ST, MT संघर्ष समिति) के तत्वावधान में 12 फरवरी 2025 को के.एन. उडप्पा सभागार में यह आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य विषय था – "आज के भारत में बेगमपुरा की खोज।"

कार्यक्रम को दो सत्रों में बांटा गया। पहले सत्र में छात्रों द्वारा कविता पाठ, भाषण और भजन प्रस्तुत किए गए, जो संत रविदास की शिक्षाओं पर आधारित थे। कार्यक्रम का संचालन सलोनी, रीतिका और शिव शक्ति ने किया। दोपहर के भोजन के बाद दूसरा सत्र प्रारंभ हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथियों ने संत रविदास के विचारों और सामाजिक समरसता पर अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रो. (डॉ.) राज कुमार (RIMS निदेशक), प्रो. (डॉ.) एस.एन. संखवार (IMS निदेशक), प्रो. बी. राम (आयुर्वेद), प्रो. एम.पी. अहिरवार (AIHC), प्रो. काली चरण स्नेही (लखनऊ विश्वविद्यालय) और पद्मश्री सम्मानित लेखक श्री राम अर्श उपस्थित रहे। इनके प्रेरणादायक भाषणों ने छात्रों को सामाजिक न्याय और समानता के लिए संत रविदास के विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।


कार्यक्रम के दौरान पेंटिंग और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। पेंटिंग प्रतियोगिता में स्नेहा सिंह ने प्रथम, अंजलि गुप्ता ने द्वितीय और आज़ाद राम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं, प्रश्नोत्तरी में हर्षित कुमार, यशवीर राज और अंकित यादव क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। विजेताओं को नकद पुरस्कार, पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम का समापन बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड से श्री गुरु रविदास जन्मस्थान गुरुघर गोल्डन टेम्पल तक निकाली गई भव्य झांकी के साथ हुआ, जिसका उद्घाटन बीएचयू के रेक्टर प्रो. संजय कुमार ने किया। इस आयोजन ने संत रविदास के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास किया और सामाजिक समानता के उनके संदेश को मजबूत किया।

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