BHU में PhD एडमिशन 2025: आवेदन की तारीख बढ़ी, नियमों में बड़े बदलाव, जानें डिटेल्स

BHU P.hd Admission 2025


काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने सत्र 2024-25 के पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। छात्रों की मांग और अपेक्षाकृत कम आवेदन संख्या को देखते हुए आवेदन की अंतिम तिथि 21 जनवरी से बढ़ाकर 25 जनवरी 2025 कर दी गई है। साथ ही, फॉर्म में सुधार (माइनर करेक्शन) के लिए 27 और 28 जनवरी का समय भी दिया गया है।

BHU PhD एडमिशन: नई प्रक्रिया पर नजर

इस बार BHU ने पीएचडी प्रवेश में चयन प्रक्रिया को अधिक समावेशी और पारदर्शी बनाने के लिए अहम बदलाव किए हैं।

  1. सभी योग्य आवेदकों को इंटरव्यू का मौका:
    अब आरईटी (PhD क्वालिफाइड) श्रेणी में आवेदन करने वाले सभी योग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।

  2. इंटरव्यू और नेट स्कोर का वेटेज:
    इंटरव्यू और नेट परीक्षा के स्कोर का अनुपात 30:70 होगा, और इन्हीं के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।

  3. साल में एक बार होगी पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया:
    विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने फैसला किया है कि BHU में साल में केवल एक बार ही पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जाएगी।

  4. जून 2024 के अलावा अन्य परिणाम मान्य:
    छात्रों की मांग पर यह भी सुनिश्चित किया गया है कि जून 2024 के अलावा अन्य परीक्षाओं के परिणामों को भी स्वीकार किया जाएगा।

आवेदन और सीटों की स्थिति

BHU में पीएचडी के लिए अब तक 8000 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। जबकि विश्वविद्यालय ने 1540 सीटों पर प्रवेश के लिए अधिसूचना जारी की थी।

छात्रों की मांग पर समिति बनी

छात्रों के विरोध और सुझावों के बाद प्रो. एसके दुबे की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया गया था। इस समिति की अनुशंसाओं के आधार पर आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई गई और इंटरव्यू प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की गई।

RET और Exempted मोड में प्रवेश

BHU में इस बार पीएचडी प्रवेश RET और Exempted दोनों मोड में हो रहा है।

  • Exempted मोड: JRF और अन्य 9 श्रेणियों के तहत सीधा प्रवेश।
  • RET मोड: NET स्कोर और इंटरव्यू के आधार पर चयन।

छात्रों के लिए बदलाव का महत्व

छात्रों ने नेट और जेआरएफ पास अभ्यर्थियों को समान अवसर देने की मांग की थी। BHU द्वारा इस मांग को स्वीकार करते हुए नई प्रक्रिया लागू की गई है। इससे पीएचडी प्रवेश में अधिक पारदर्शिता और समानता आएगी।

आपकी राय: क्या BHU का यह कदम छात्रों के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगा? अपनी राय हमारे साथ साझा करें।


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