रामलला के प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर BHU के भारत कला भवन म्यूजियम में लगी "रामायण" आधारित प्रदर्शनी। Student पासबुक पर मिलेगी फ्री में Entry
22 जनवरी 2023 को अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में स्थित भारत कला भवन संग्रहालय में 'रामायण' पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस प्रदर्शनी में रामायण से संबंधित विशेष कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं।
प्रदर्शनी का उद्घाटन वाराणसी विकास प्राधिकरण, वाराणसी, के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने किया। प्रदर्शनी की यात्रा गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित 'रामचरित मानस' की पाण्डुलिपि से प्रारंभ होती है, जिसे तुलसीदास जी ने बनारस के तुलसीघाट पर लिखा था।
प्रदर्शनी में गुप्तकाल (5वीं शताब्दी ई0) से लेकर आधुनिक काल तक की रामायण से जुड़ी कलाकृतियां दर्शकों को देखने को मिलीं। प्रदर्शनी भगवान राम के आदर्शों तथा उनके जीवन के विविध पक्षों से आम जनमानस को अवगत कराती है।
आपको क्यों देखनी चाहिए यह प्रदर्शनी :-
अगर आप काशी के समृद्ध संस्कृति से प्रेम करते है तब यह प्रदर्शनी आपको जरूर देखनी ही चाहिए। आपको पता होगा कि बनारस अपने मुखौटा कला के लिए भी विश्वप्रसिद्ध है। तथा रामायण , महाभारत एवम् अन्य महाकाव्यों और पौराणिक आख्यानों पर आधारित मुखौटो का निर्माण काशी में लंबे समय से होते चला आ रहा है। मुखौतो की सुंदर सी गैलरी भी बीएचयू के भारत कला भवन में मौजूद है। अगर आप रामायण आधारित प्रदर्शनी देखने जा रहे तो काशी गैलरी देखना एकदम ना भूले जहां पर विभिन्न पात्रों के सुंदर मुखौटे प्रदर्शित है।
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