मालदीव के बजट से भी ज्यादा है BHU पर नगर निगम का कर्जा ; रकम सुन कर हक्के बक्के हो जायेंगे आप।बीएचयू बोला - आप सुविधा नहीं देते तो हम क्यों चुकाए?



मालदीव के बजट से भी ज्यादा है BHU पर नगर निगम का कर्जा ; रकम सुन कर हक्के बक्के हो जायेंगे आप।
बीएचयू बोला - आप सुविधा नहीं देते तो हम क्यों चुकाए?


क्या है मामला; संक्षेप में जाइए:-


हरि अनंत हरि कथा अनंता की तरह ही बीएचयू भी अनंत है और इसकी कथाएं भी अनंत है। अबकी बीएचयू और वाराणसी नगर निगम के बीच tax को लेकर मामला अटक गया है। जहां एक ओर वाराणसी नगर निगम बड़े बकायेदारों पर अभियान चलाने की तैयारी में है। वही उधर बीएचयू का भी कहना है कि सुविधाएं नहीं मिल रही तो रकम क्यों दें। 
जबकि इस बार वाराणसी नगर निगम अपने बकायेदारों पर सील और कुर्की की कार्रवाई करने की फुल तैयारी में है।

खबर विस्तार से:-

नगर निगम वाराणसी की ओर से सभी बकायेदारों को नोटिस भेजा जा रहा है। नगर निगम में भवन स्वामियों की संख्या 2.20 लाख है। जिसमे BHU वाराणसी नगर निगम का सबसे बड़ा बकायेदार है जिसपर अकेले गृहकर का 52 करोड़ रुपये बाकी है। इसके अलावा बनारस नगर निगम के अन्य बकायेदार रोडवेज, भारतीय स्टेट बैंक, जीवन बीमा निगम सहित कई बड़े बकायेदार हैं। नगर निगम बड़े बकायेदारों पर अभियान चलाकर सील और कुर्की की कार्रवाई करने की तैयारी में है। 

कहां अटक रहा मामला :-


नगर निगम के हिसाब से बीएचयू के दो हिस्से हैं। एक कॉमर्शियल और एक रिहायशी। इस आधार पर टैक्स के निर्धारण को लेकर संशय की स्थिति रही है। नगर निगम और बीएचयू के बकाये से जुड़ा मामला अदालत में विचाराधीन है। नगर निगम अदालत की ओर इसी उम्मीद में टकटकी लगाए देख रहा है की यह मामला जल्द से जल्द सुलटे और उसके Tax का भुगतान हो सके।


बीएचयू Tax चुका दे तो हो जायेगा नगर निगम का लक्ष्य प्राप्त:-

वाराणसी नगर निगम इस वित्तीय वर्ष  84 करोड़ रुपये गृहकर वसूली का लक्ष्य रखा है। अब तक निगम ने 48 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली कर ली है। आने वाले दो महीनों में 36 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन अगर केवल बीएचयू अपना tax चुका देता है तो नगर निगम अपने लक्ष्य से कही अधिक की प्राप्ति कर सकता है। वहीं बीएचयू का कहना है की जब हमे नगर निगम से कोई सुविधा ही नही मिलती तो हम tax किस बात का दे।


अभी तक नही आया किसी जिम्मेदार का वक्तव्य:-

हालाकि बीएचयू के किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी का इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है।

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