पहले चंदन के पेड़ चोरी हुए , अबकी खुद bhu प्रशासन ने कर दी हरे सागौन की नीलामी।


पहले चंदन के पेड़ चोरी हुए अबकी खुद bhu प्रशासन ने कर दी हरे सागौन की नीलामी।


विवरण - BHU में अभी कुछ दिनों पहले ही हुए चंदन के पेड़ो की चोरी का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब खबर आ रही है कि बीएचयू प्रशासन ने केंद्रीय विद्यालय के सामने स्थित तीन हरे सागौन के वृक्षों की नीलामी कर के कटवाना शुरू कर दिया है। कैंपस के लोगो ने हरे सागौन के पेड़ो की कटाई कर रहे मजदूरों से जब आपत्ति दर्ज की तो उन्होंने स्वयं बताया कि बीएचयू प्रशासन द्वारा नीलामी में ये पेड़ खरीदा गया है और बकायदा उन्होंने नीलामी की पर्ची भी दिखाई।


लाखो में नीलाम हुए तीनों हरे सागौन :- कैंपस के आपत्ति करने वाले लोगो ने जब मजदूरों से नीलामी का पेपर मांगा तो मजदूरों ने लोगो को वो स्लिप दिखाई जिसमे तीनों हरे सागौन के पेड़ो की नीलामी राशि भी लिखी हुई थी। सागौन के तीनों हरे पेड़ों की कीमत कुल 1 लाख 77 हजार रुपए लिखा हुआ था। 

बीएचयू में दिया जाता है पेड़ो को उनका क्रम संख्या :-
जिन सागौन के पेड़ो को बीएचयू प्रशासन द्वारा नीलाम किए जाने के बाद काटा जा रहा है उनका परिचय मजदूरों द्वारा दिखाए गए नीलामी पर्चे में कुछ इस प्रकार है," सागौन का हरा खड़ा पेड़ ,तीन नग। डॉक्टर कॉलोनी , गेट से केंद्रीय विद्यालय के रोड पर स्थित क्रम संख्या 41 , 42 ,43 ।"


कैंपस के लोगो में गुस्सा के साथ है दुख भी :-

बीएचयू कैंपस के अंदर लगातार किए जा रहे पेड़ो1 की कटाई से लोगो में नाराजगी और दुःख साथ साथ है। बीएचयू की पहचान का एक वजह परिसर में मौजूद हरियाली भी है और अगर इसी हरियाली को नष्ट कर दिया जाएगा तो परिसर की पहचान ही खत्म हो जाएगी। कभी बीएचयू की जमीन पर 50% इमारत तो 50% हरियाली रखने का प्रावधान था। लेकिन विगत कुछ वर्षों से जिस तरीके से परिसर के पर्यावरण को लगातार नष्ट किया जा रहा है यह रेशियो घट कर 77%और 33% पर आ गया है।

बीएचयू प्रशासन ने इस मामले पर क्या कहा:- 

बीएचयू प्रशासन से जब कैंपस में काटे जा रहे तीन सागौन के हरे पेड़ों की कटाई पर जवाब मांगा गया तो विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) राजेश सिंह जी से जवाब मिला कि तीनों पेड़ परिपक्व थे। आगे उन्होंने बताया कि इन तीनों वृक्षों को काटने की अनुमति वन विभाग द्वारा 2016 में ही मिल गई थी लेकिन अब काटा जा रहा है। बीएचयू में नीलामी की बकायदे एक प्रक्रिया है जिसके तहत इन पेड़ो को काटा जा रहा है। आगे बताया कि हालाकि हम बीएचयू प्रशासन जब भी किसी पेड़ की कटाई करवाते है तो उसके जैसे ही 10 नए पेड़ो को लगाते है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ