बीएचयू प्रशासन ने छात्रों के हित में लिया धमाकेदार फैसला, 24×7 खुलेगी साइबर लाइब्रेरी?



बीएचयू प्रशासन ने छात्रों के हित में लिया धमाकेदार फैसला, 24×7 खुलेगी साइबर लाइब्रेरी?


बीएचयू के नवनियुक्त कुलपति सुधीर कुमार जैन ने जबसे vc की कुर्सी संभाली है तबसे लगातार बीएचयू के सुधार में कोई न कोई फैसला लेते रह रहे है।
अभी अभी खबर मिली है की बीएचयू स्थित साइबर लाइब्रेरी को 24 घंटे खोलने का फैसला बीएचयू वीसी प्रो सुधीर कुमार जैन ने लिया है जिससे विश्वविद्यालय के छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। तथा सोशल मीडिया पर यह खबर छात्रों द्वारा खूब जमकर शेयर किया जा रहा है।

कब शुरू हुई थी साइबर लाइब्रेरी:-

बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी की शुरुआत कुलपति डॉ लालजी सिंह के कार्यकाल में हुई थी। छात्र-छात्राओं को शिक्षा का बेहतर वातावरण देने के उद्देश्य से इस लाइब्रेरी को शुरू किया गया ताकि कैंपस हॉस्टल और बाहर रहने वाले छात्र 24 घंटे वातानुकूलित और इंटरनेट युक्त माहौल में पढ़ पाएं। उनके कार्यकाल में यह लाइब्रेरी सुबह 8 बजे खुलती थी और फिर सुबह 5 बजे (3 घंटे साफ सफाई के लिए) बंद की जाती थी। हालाकि इस बार भी साइबर लाइब्रेरी को साफ सफाई के लिए सुबह 5 बजे से 8 बजे तक (3 घंटे) बंद रखा जाएगा।

24 घंटे से घटकर 12 घंटे किसने कर दिया था:-

लालजी सिंह के बाद अगले कुलपति प्रोफेसर जी.सी त्रिपाठी ने इस लाइब्रेरी के समय को घटाकर सिर्फ 12 घंटे कर दिया। छात्रों ने उनसे जब समय बढ़ाने की मांग की तो वो उलजुलूल तर्क देते थे : जैसे लड़कियों को रात में बाहर निकलने की अनुमति नही हैं, रात में अच्छे छात्र पढ़ाई नही करते। 2016 में 24 घंटे लाइब्रेरी की मांग का बड़ा और शांतिपूर्ण आंदोलन हुआ जिसमें बीएचयू वीसी ने 9 छात्रों को निलंबित कर दिया और जेल भिजवा दिया, बाद में 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने छात्रों का निलंबन हटाया और विश्वविद्यालय को फटकारा। 2017 में ही जीसी त्रिपाठी को उनके महिला विरोधी रवैया के बाद छात्राओं ने आंदोलन किया और विश्वविद्यालय से भागने पर मजबूर कर दिया। 



अगले वीसी के समय भी छात्रों ने समय समय पर 24 घंटे लाइब्रेरी की मांग की परंतु प्रशासन ने यह निर्णय नही लिया। अब विश्वविद्यालय के नए वीसी प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने छात्रों की मांग को मान लिया है और साइबर लाइब्रेरी को पुनः सुबह 8 बजे से सुबह 5 बजे तक खोलने का निर्णय लिया है।

बीएचयू के सभी छात्र ऐसे छात्र हितैषी निर्णय का स्वागत करते हैं।

सभी छात्र संगठनों की मांग थी 24 घंटे लाइब्रेरी:-

विश्वविद्यालय परिसर में सक्रिय सभी छात्र राजनैतिक संगठनों की मांग थी कि विश्वविद्यालय का हृदय लाइब्रेरी को धड़कते रहना चाहिए ताकि बीएचयू जिंदा और जवान बना रहे। हालाकि गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने जब लाइब्रेरी की टाइमिंग को 24 घंटे से घटाकर 12 घंटे किया था तो ज्वाइंट एक्शन कमिटी के सदस्यों ने ही आंदोलन किया था जिनको जीसी त्रिपाठी ने निलंबित करवा दिया था। फिर बाद में भगत सिंध छात्र मोर्चा ,बहुजन बीएचयू , आइसा ,एनएसयूआई और भी सभी संगठन बार बार इसके लिए आंदोलन और धरना प्रदर्शन करते रहे।

कैंपस में मौजूद लड़कियों का छात्रावास और महिला महाविद्यालय की छात्राओ का गेट रात 10 बजे तक बंद हो जाता है जिससे वो 24 घंटे साइबर लाइब्रेरी का लाभ उठा पाएंगी या नहीं इसके लिए निर्णय में कोई स्पष्ट स्थिति नही की गई है।

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