मजाज एक जिंदादिल शायर हुए और उन्होंने लड़कियों के लिए एक शे'र कहा कि..
"तुम्हारे माथे का ये आंचल बहुत खूब है लेकिनइस आंचल का परचम बना लेती तो अच्छा था।"
जी हां , bhu की लड़कियां इस शेर को आजकल जिंदादिली से जी रही है।
यू तो आज लड़कियां आजकल हरेक क्षेत्र में बहुत तेजी से तरक्की कर रही है और समाज के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही है कुछ ऐसा ही सीन इस वर्ष bhu की लड़किया अपने हुनर के दम पर क्रिएट कर रही है। Bhu से पढ़ने वाली लड़किया नौकरी पाने में लडको के बराबर आती दिख रही है।
विश्वविद्यालय placement co-ordination cell से मिली जानकारी के अनुसार कैंपस में आने वाली कंपनियों में नौकरियां प्राप्त करने के मामले में छात्राओं का प्रतिशत निरंतर बढ़ रहा है। फिलहाल की स्थिति ये है कि bhu की छात्राएं नौकरी पाने के मामले में लड़कों के बराबर आकर खड़ी हो गई हैं। पहले प्लेसमेंट पाने में छात्र - छात्राओं का अनुपात 80/20 होता था लेकिन इस वर्ष यह अनुपात लगभग 50-50 के करीब आ पहुंचा है।
इस वर्ष BHU का प्लेसमेंट टारगेट:-
Bhu प्रशासन इस बार 2000 छात्र छात्राओं को प्लेसमेंट दिलाने के लिए तैयारी में है। जिसके खातिर bhu admin. ने लगभग 1200 कंपनियों से बात किया है। अब तक 50 कंपनियों की प्लेसमेंट प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। जिसमे से अब तक लगभग 502 छात्र छात्राओं का प्लेसमेंट हो गया है। 22 कंपनियों का शेड्यूल तय भी हो चुका है।
Covid ने डाला बुरा प्रभाव :-
Covid 19 ने पूरे देश के साथ ही साथ bhu के प्लेसमेंट प्रक्रिया को बुरी तरीके से प्रभावित किया। जिससे प्लेसमेंट में छात्र छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कैसे काम करता है Bhu का प्लेसमेंट सेल:-
Bhu का प्लेसमेंट सेल छात्र छात्राओं को अपना गाइडेंस प्रोवाइड करता है जिसके सहारे वे अपने रुचि, योग्यता और क्षमता के बारे में जान पाते है और बेहतर ढंग से अपना कैरियर चुनते है
पिछले 5 वर्षो के दौरान प्लेसमेंट पाए छात्र-छात्राओं का प्रतिशत:-
- वर्ष। छात्र छात्रा
- 2017-18 70 30
- 2018-19 65 35
- 2019-20 64 36
- 2020-21 65 35
- 2021-22 54 46
नोट: यह आंकड़ा यूनिवर्सिटी प्लेसमेंट कोऑर्डिनेशन सेल से मिली जानकारी पर आधारित है।
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