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एनएसयूआई बीएचयू इकाई ने बीएचयू अस्पताल के डॉक्टरों के हड़ताल और इमरजेंसी सेवा ठप करने के विरोध में प्रदर्शन किया और प्रतिरोध सभा आयोजित की।
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि की मांगों के खिलाफ नहीं हैं लेकिन इस तरह की अलोकतांत्रिक हड़ताल पूरी तरह से अमानवीय है और सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है, इस हड़ताल की वजह से तमाम मरीज अपनी जान गंवा रहे हैं।
एनएसयूआई बीएचयू इकाई के अध्यक्ष राणा रोहित ने कहा कि 10 दिनों से चल रहे इस हड़ताल को खत्म कराने के लिए शासन और प्रशासन के तरफ से कोई कोशिश नहीं की जा रही है, इससे यह प्रतीत होता है यह पूरी हड़ताल भाजपा सरकार द्वारा सत्ता पोषित है।
वक्ताओं ने सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग रखी कि जल्द से जल्द इस हड़ताल को समाप्त कराया जाए, और स्वास्थ सेवाओं को सुचारू रूप से बहाल किया जाए और अगर हड़ताली डॉक्टर काम पर वापस नहीं आते हैं तो उनपर एस्मा और महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन के दौरान वंदना उपाध्याय, जंग बहादुर, प्रशांत पाण्डेय, निशांत, शंभू कनौजिया, लेखराज, विवेक टंडन, कपिश्वर, शांतनु, अभिनव मणि त्रिपाठी, जय प्रकाश, अंशु, अमरेंद्र धर्मेंद्र पाल आदि मौजूद रहे।
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