NSUI BHU ने उठाई 24×7 लाइब्रेरी उपलब्धता की मांग और छात्रों के लिए छित्तूपुर, हैदराबाद गेट को 24 घण्टे खोलने की मांग


एनएसयूआई बीएचयू ने उठाई नए लाइब्रेरी भवन व 24×7 लाइब्रेरी उपलब्धता की मांग!


सोमवार को एनएसयूआई बीएचयू इकाई के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के छात्र अधिष्ठाता को केन्द्रीय ग्रन्थालय, छात्र स्वास्थ्य केंद्र व छात्र-हित से जुड़े आवश्यक मुद्दों से अवगत कराते हुए पत्रक सौंपा गया।

पत्रक में न्यूनतम 2000 सीटों की नई लाइब्रेरी का निर्माण, 24×7 लाइब्रेरी उपलब्धता, छित्तूपुर गेट व हैदराबाद गेट को 24 घंटे खोलने, छात्र स्वास्थ्य केंद्र (स्टूडेंट्स हेल्थ सेंटर) की आपात सेवा बहाली जैसे विषय शामिल हैं।

छात्रों द्वारा कहा गया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सयाजी राव गायकवाड़ केन्द्रीय ग्रंथालय का निर्माण 1941 में कराया गया था और तब विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या 5000 से कम थी। वर्तमान परिदृश्य को देखे तो छात्रों की संख्या 35,000 के लगभग है, ऐसे में केन्द्रीय ग्रन्थालय की क्षमता काफ़ी कम है। अगर शिक्षण के दिनों में  लाइब्रेरी का निरीक्षण किया जाए तो पाएंगे की हजारों छात्र ऐसे हैं जिन्हें सीट नहीं मिल पाती है या छात्रों के बीच सीट के लिए कहासुनी हो जाती है। और साथ ही वह विद्यार्थी जिन्हें हॉस्टल नहीं मिल पाता उनके लिए अपने समय के सदुपयोग व पाठन के लिए लाइब्रेरी ही एकमात्र स्थान है, ऐसे में लाइब्रेरी में भरपूर सीटें होनी चाहिए।

जिसपर एनएसयूआई ने यह मांग रखी है कि विश्वविद्यालय में न्यूनतम 2000 सीटों के नए ग्रन्थालय का निर्माण कराया जाए।
छात्रों ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय कोरोना के कारण एक वर्ष से बंद था जिसके कारण छात्रों के पठन-पाठन का भारी नुकसान हुआ है जो कि बहुत दुखद है। छात्रों के लिए अपने अध्ययन को पुन: सुचारू रूप से करने व सिलेबस को पूरा करने के लिए अध्ययन में सेंट्रल लाइब्रेरी का एक महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। छात्रों कि मांग है इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय ग्रन्थालय की सुविधा को 24×7 उपलब्ध कराया जाए। छात्रों ने पत्रक के माध्यम से हॉस्टल उपलब्धता ना होने कारण बाहर रहने वाले छात्रों को होने वाली असुविधा व आपात स्थितियों (मेडिकल इत्यादि) को ध्यान में रखते हुए छित्तूपुर गेट व हैदराबाद गेट  को प्राक्टोरियल बोर्ड की निगरानी में 24 घंटे खोलने की मांग भी की है।
इसके साथ ही एनएसयूआई ने छात्र स्वास्थ्य केंद्र की आपात सेवा को भी पूर्व की तरह बहाल करने की मांग रखी।
एनएसयूआई बीएचयू की तरफ से कहा गया है कि इन सभी मुद्दों के लिए एनएसयूआई लड़ाई लड़ेगी और विश्वविद्यालय में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी।

एनएसयूआई के प्रतिनिधिमंडल में अनीक देव सिंह, रितेश सिंह, राणा रोहित, आस्था राय, वंदना उपाध्याय, गौरव दुबे, कापिश्वर मिश्रा, लेखराज शर्मा आदि शामिल रहे।

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