केन्द्रीय विद्यालय बीएचयू परिसर में कलरफुल वारियर्स की मास्क पेंटिंग कार्यशाला सम्पन्न

केन्द्रीय विद्यालय बीएचयू परिसर में प्रथम पाली के छात्र-छात्राओं ने  कलरफुल वारियर्स के रूप में मास्क पेंटिंग कार्यशाला में भाग लिया और मनमोहक मास्क की पेंटिंग करके अपनी कला का प्रदर्शन किया।

            कार्यशाला के उद्गाटन सत्र में मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर नरेंद्र सिंह, डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा, संकाय प्रमुख, ललित कला विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एवं डॉ. मनीष अरोड़ा, सहायक प्रोफेसर, दृश्य कला संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय उपस्थित थे । प्राचार्य डॉ. दिवाकर सिंह ने अतिथियों के स्वागत-सम्बोधन में कहा कि रंगों का बच्चों की दुनिया में बहुत महत्त्व है। इसी से बच्चे दुनिया को अपने नज़रिये से रंगते हैं। इससे उनकी रचना और सोच में नवाचार आता है। डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बच्चों की कला की सराहना करते हुए कहा कि कला के अनेक रूपों में चित्रकला ऐतिहासिक रूप से महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है और बच्चों को न केवल नई-नई रचनाओं को करने में आनंद मिलता है, अपितु उनकी कल्पना भी ऊंची उड़ान उड़ती है। उन्होने ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की सराहना की। डॉ. मनीष अरोड़ा ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दृश्यकला संकाय और डिज़ाइन इनोवेशन केंद्र के बारे में बताया तथा आग्रह किया कि छात्र-छात्राएँ उससे जुड़कर लाभ उठा सकते हैं और डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में अपना  करियर बना सकते हैं। उन्होने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।


कार्यशाला के उद्गाटन 

        
    मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर नरेंद्र सिंह ने बच्चों द्वारा बनाए और रंगे जा रहे मास्कों और उनपर लिखे जागरूकतका के संदेशों को  विशेष रूप से उल्लेखनीय बताया तथा आशा व्यक्त की कि कलरफुल वारियर्स के रूप में बच्चे आगे भी जन-जागृति के कार्यों में शामिल होंगे तथा चित्रकला के क्षेत्र में नाम रोशन करेंगे।


            कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के कला शिक्षक श्री कौशलेश कुमार के संयोजन में शैक्षणिक  स्टेशनरी निर्माता कंपनी फ़ेबर केस्टल और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के डिज़ाइन इनोवेशन सेंटर के सहयोग से किया गया।


            उदघाटन सत्र के अंत में विद्यालय की उप-प्राचार्य श्रीमती विनीता सिंह ने अतिथियों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ