BHU में बड़ी परीक्षा क्रांति: सेमेस्टर एग्जाम अब 15 दिन में, ग्रेस मार्क्स सिस्टम खत्म, क्या आप भी इस बदलाव का हिस्सा बनने को तैयार हैं?


BHU में बड़ी परीक्षा क्रांति: सेमेस्टर एग्जाम अब 15 दिन में, ग्रेस मार्क्स सिस्टम खत्म

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में परीक्षाओं को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत एग्जाम प्रोसेस को सरल और तेज बनाने की दिशा में अहम कदम उठाए गए हैं। जहां पहले परीक्षाएं महीनों तक खिंच जाती थीं, अब इन्हें 15 दिन से तीन सप्ताह के अंदर खत्म करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही, ग्रेस मार्क्स की व्यवस्था को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है।  

क्या हैं बदलाव?

1. सेमेस्टर परीक्षा का समय घटा: पहले जहां सेमेस्टर परीक्षाएं तीन घंटे की होती थीं, अब इन्हें ढाई घंटे में कराने का फैसला लिया गया है।  
   
2.15 दिन में खत्म होंगी परीक्षाएं: महीनेभर चलने वाली परीक्षाओं की समय सीमा अब घटाकर 15 दिन से अधिकतम तीन सप्ताह कर दी गई है।  
   
3. ग्रेस मार्क्स खत्म: नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्रों को ग्रेस मार्क्स नहीं दिए जाएंगे। छात्रों को कोर्स बीच में छोड़ने और दोबारा शुरू करने का विकल्प दिया गया है, जिससे ग्रेस मार्क्स की जरूरत खत्म हो गई।  

4. परिणाम तेजी से जारी होंगे: परीक्षा खत्म होने के 14 दिनों के अंदर परिणाम घोषित करने का निर्देश दिया गया है। सभी छात्रों के मार्क्स परीक्षा विभाग को तय समय पर देने होंगे।  

5. एक जैसे विषयों पर एक प्रश्नपत्र: कला और सामाजिक विज्ञान संकाय में पढ़ाए जाने वाले एक जैसे विषयों के लिए अब एक ही प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा। इससे परीक्षा की प्रक्रिया सरल और समयबद्ध होगी।  

कैसे बने ये बदलाव?

मार्च 2024 में बीएचयू ने परीक्षा सुधार को लेकर एक समिति बनाई थी। प्रोफेसर राकेश पांडेय की अध्यक्षता में महीनों तक मंथन और चर्चाओं के बाद परीक्षा प्रणाली में बदलाव के कई प्रस्ताव तैयार किए गए। 3 जनवरी 2025 को हुई अकादमिक काउंसिल की बैठक में इन सुधारों को मंजूरी दी गई।  

छात्रों पर दबाव कम करने की कोशिश

पहले छह दिनों में परीक्षा खत्म करने का सुझाव दिया गया था, लेकिन इससे छात्रों पर मानसिक दबाव बढ़ने की संभावना थी। इसे ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं को 15 दिन या अधिकतम तीन सप्ताह में खत्म करने का निर्णय लिया गया।  

अब बैक परीक्षा भी अलग से होगी

सिर्फ अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की बैक परीक्षा सेमेस्टर के साथ कराई जाएगी। अन्य सेमेस्टर के लिए बैक परीक्षा सेमेस्टर परीक्षा के बाद अलग से आयोजित की जाएगी।  

क्या है छात्रों का लाभ?

- परीक्षा प्रक्रिया हुई तेज और सरल।  
- छात्रों को समयबद्ध तरीके से परिणाम मिलने से तनाव कम होगा।  
- ग्रेस मार्क्स खत्म होने से अब कोर्स बीच में छोड़ने और दोबारा शुरू करने की सुविधा का सही उपयोग होगा।  


BHU में परीक्षाओं का यह नया दौर

BHU में परीक्षा प्रणाली के ये बदलाव छात्रों को बेहतर शैक्षणिक अनुभव देने के लिए किए गए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत यह कदम न केवल छात्रों को तनाव मुक्त करेगा, बल्कि विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया को आधुनिक और समयबद्ध बनाएगा।  

बीएचयू का यह फैसला पूरे देश के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए भी एक प्रेरणा हो सकता है। क्या आप भी इस बदलाव का हिस्सा बनने को तैयार हैं?

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